Padhai me dhyan kendrit karne ke 19 upaay, अगर पढ़ाई मे लम्बे समय तक ध्यान लगाना है तो इन टिप्स को करें फ़ॉलो हमेशा मिलेगी कामयाबी

Padhai me dhyan kendrit karne ke 19 upaay, अगर पढ़ाई मे लम्बे समय तक ध्यान लगाना है तो इन टिप्स को करें फ़ॉलो हमेशा मिलेगी कामयाबी

 Padhai me dhyan kendrit karne ke 19 upaay, अगर पढ़ाई मे लम्बे समय तक ध्यान लगाना है तो इन टिप्स को करें फ़ॉलो हमेशा मिलेगी कामयाबी 









किसी भी परीक्षा या टेस्ट के लिए पढ़ाई करना कठिन और तनावपूर्ण हो सकता है। वास्तव में अनेक व्यक्ति, जो वह करना चाहते हैं, उस पर ध्यान केन्द्रित करने में कठिनाई महसूस करते हैं। तब भी कुछ छोटी और सीधी सादी चीज़ें हैं जिन्हें करने से आप पढ़ाई पर ध्यान केन्द्रित कर पाएंगे, जैसे पढ़ने के लिए शांत जगह ढूँढना और संगीत सुनने से बचना।


पढ़ाई मे ध्यान केंद्रीत करने के 19+ उपाय-


पढ़ाई के लिए उचित वातावरण
पढ़ाई शुरू करने से पहले दोहराने वाली सभी       सामग्री जुटा लीजिये
पढ़ाई के लिए साथी ढूंढ लीजिये
दोहराने में मदद करने वाले उचित अल्पाहार         का चयन करिए
. पढ़ाई के बीच छोटे छोटे अंतराल रखिए
उत्प्रेरित होइए
बैठिए और पढ़ाई शुरू करिए बिना डर के 
.अपने विषय से भटकिए मत
हिम्मत मत हारिए
सदैव शांत कमरे में पढ़ाई करिए
. नकारात्मक मत सोचिए
. बहुत चिंता मत करिए
. अच्छे परीक्षाफल के बाद अपने माता पिता की     ख़ुशी के संबंध में सोचिए
. नोट्स बनाइये
. बंद कमरे में पढ़ने से आपकी उत्पादकता को        बढ़ावा मिलता है 
. जब आप कोई विषय पढ़ चुकें, तब छोटे छोटे      अभ्यास टेस्ट स्वयं करिए
. अपनी पढ़ाई के लिए एक समयसारिणी               बनाइये और हर विषय के लिए एक समय निर्धारित करिए 
. कल्पना कीजिये कि आप अपने मित्रों और/अथवा प्रतिद्वंद्वियों से कितना आगे हो जाएँगे




1. पढ़ाई के लिए उचित वातावरण खोजिए: 
आपका शयनकक्ष या कक्षा ही सदैव सबसी अच्छी जगह नहीं होते हैं। एक अच्छी, शांत जगह ढूंढिए, जहां पर एक बड़ी और आरामदेह कुर्सी हो, जैसे कि आपकी बैठक, और अच्छा होगा यदि वहाँ पर टेलीविज़न, कंप्यूटर और सेल फोन आपकी पहुँच से बाहर हों।
i. आम तौर पर पुस्तकालय पढ़ाई के लिए अच्छी जगह होती है, क्योंकि वहाँ शांति होती है। शायद आपके अभिभावक का कार्यालय भी एक संभाव्य स्थान हो सकता है, बशर्ते वहाँ शांति हो और विकर्षण कम से कम हों।

2. पढ़ाई शुरू करने से पहले दोहराने वाली सभी सामग्री जुटा लीजिये: 
पढ़ाई के बीच में से उठ कर कलम, हाइलाइटर, पटरी आदि ढूँढने जाने के लिए मत सोचिए। कभी कभी तो इससे बहुत ही अधिक ध्यान बाँट जाता है, इसलिए हर चीज़ की पहले से ही तैयारी कर लीजिये।
3. पढ़ाई के लिए साथी ढूंढ लीजिये: 
ऐसे व्यक्ति को चुनिये जो समझदार हो और जिसका ध्यान आप ही की तरह उसी काम पर केन्द्रित हो। सदैव अपने सबसे घनिष्ठ मित्र को ही मत चुनिये, क्योंकि बातें करके आप दोनों ही अपनी एकाग्रता खो बैठेंगे। पढ़ाई के लिए साथी होना बहुत ही बढ़िया बात है, क्योंकि आप एक दूसरे पर विचार परावर्तित कर सकते हैं और आप स्वयं ही चीज़ों को दूसरे दृष्टिकोण से देखने में सफल हो सकते हैं।

i. कुछ लोगों को लगता है कि पढ़ाई के साथी “विकर्षण” का कारण होते हैं। संभावना यह है कि यदि आप बहिर्मुखी व्यक्ति हैं, अर्थात आपको दूसरे लोग पसंद आ जाते हैं और आपको उनसे बातें करना अच्छा लगता है, तब पढ़ाई के लिए साथी शायद आपके लिए बढ़िया विकल्प नहीं है। यदि आप अंतर्मुखी हैं, अर्थात आप स्वयं से ही बंधे रहते हैं और थोड़े शर्मीले हैं, तब पढ़ाई का साथी आपके लिए बहुत लाभकर होगा। तथापि, यदि किसी बहुत ही बहिर्मुखी व्यक्ति के साथ पढ़ाई कर रहे हों, तब संभावना अधिक है कि जब आप पढ़ाई पर ध्यान लगा रहे होंगे, तब वे आपसे बातें करने का प्रयास करेंगे।
ii. अपने से बुद्धिमान व्यक्ति को चुनिये। वैसे तो यह बचकानी बात लगती है, मगर अनेक लोग इसको नज़रअंदाज़ कर देते हैं। यदि आप कुछ सीखना चाहते हैं तब पढ़ाई के लिए ऐसा साथी चुनिये जो बुद्धिमान और समर्पित हो तथा जिसे पढ़ाने में कोई आपत्ति न हो। आपके पढ़ाई के सत्र कहीं अधिक बढ़िया चलेंगे।

4. दोहराने में मदद करने वाले उचित अल्पाहार का चयन करिए: 


एनर्जी पेय और कॉफी नहीं चलेगी, क्योंकि उससे थोड़ी बहुत देर में आप ढेर हो जाएँगे। ग्रानोला बार, फल और पानी ठीक है, क्योंकि वे कार्बोहाइड्रेट (carbohydrate) सीधे सादे प्रभावशाली ढंग से रिलीज़ करते हैं
5. छोटे छोटे अंतराल रखिए: 
45 मिनट पढ़ाई करने के उपरांत, 10 मिनट का अंतराल रखिए और कुछ और करिए। अंतराल के बाद फिर वापस पढ़ाई शुरू करिए; अंतराल 20 मिनट से अधिक नहीं होना चाहिए।

i. विश्राम के समय को अलार्म लगा कर निर्धारित करिए: यदि आपके अंतराल योजनाबद्ध होंगे, तब, सबसे पहले तो उनके छूट जाने की संभावना कम रहेगी और उससे भी बड़ी बात यह है कि “दुर्घटनावश” आप आवश्यकता से अधिक समय भी नहीं लेंगे।
ii. मगर अंतराल लिए क्यों जाएँ? आपके मस्तिष्क को, इतनी सारी सूचनाओं के प्रसंस्करण के उपरांत, रिचार्ज होने के लिए कुछ समय की आवश्यकता होती है। कुछ अध्ययनों में यह पाया गया है कि अंतराल लेने से और थोड़ा चल फिर लेने से याददाश्त और सरल टेस्ट के परिणामों में सुधार होता है।

6. उत्प्रेरित होइए: 
यदि आप ठीक से रिवीज़न और परीक्षा की तैयारी करेंगे, तब आप की परीक्षा अच्छी होगी। अपने रिवीज़न से किसी निष्कर्ष तक पहुँचने का प्रयास करिए और तब परीक्षा होने पर आपको उसमें आनंद आयेगा। यह मत समझिए कि परीक्षा कोई बहुत बड़ी बात है, उसको अपनी पढ़ाई की चुनौती समझिए।
i. अपने लिए किसी लक्ष्य का निर्धारण करिए, चाहे वह अवास्तविक ही क्यों न हो। स्वयं पर, जितना कुछ आप कर सकते हैं, उससे भी अच्छा कुछ करने के लिए दबाव डालिए, और क्या मालूम आप स्वयं को ही चकित कर बैठें।
ii. स्वयं को पुरस्कार से उत्प्रेरित करिए। इसके लिए थोड़े आत्मनियंत्रण की आवश्यकता होती है, तो यदि आपको मदद की आवश्यकता हो तब किसी बड़े से मदद मांगिए। यदि आप अच्छी तरह से पढ़ाई करते हैं, तब स्वयं को पुरस्कृत करिए, बढ़िया तैयारी करिए और परीक्षा में अच्छा करिए।
iii. स्वयं को बताइये कि पढ़ाई महत्वपूर्ण होती है। प्रत्येक व्यक्ति के लिए यह बात फ़र्क होती है। शायद आपको पूरे अंक पाने की चिंता है। शायद आपने अपने पिताजी से शर्त लगाई हो और हार मानना तो आपको स्वीकार है ही नहीं। जो भी हो, स्वयं को, कठोर परिश्रम करने की याद दिलाते रहिए और बताते रहिए कि इसके लिए कुछ कष्ट उठाने में कोई हर्ज नहीं है।

7. बैठिए और पढ़ाई शुरू करिए: 
जो भी चाहिए, वह सब आपके आस पास है और अब टालने का कोई कारण नहीं है। अब आप हैं और आपकी सामाग्री है। ठीक? तो अब प्रतीक्षा किसकी है?
i. फ़्लैश कार्ड्स और नोट्स से लाभ उठाएँ। कुछ लोगों के लिए फ़्लैश कार्ड्स उपयोगी होते हैं क्योंकि वे कम स्थान घेरते हैं और उनमें महत्वपूर्ण सूचनाएँ रहती हैं। यदि आपको लगता है कि वे आपके लिए उपयोगी हैं, तब उनका उपयोग करिए। उनको एक क्रम में लगाइये या यदि आप उनको कुछ और अर्थ देना चाहते हैं, तब किसी और क्रम में लगाएँ।
ii. याददाश्त बढ़ाने वाले साधनों का प्रयोग करिए। “याददाश्त बढ़ाने वाले साधन” याद करने का एक नया नाम है। कुछ सूचनाओं को मज़ाकिया गीत के रूप में परिवर्तित कर लीजिये, या जो आप याद करना चाहते हैं उसे याद रखने के लिए, सूचनाओं को परिवर्णी शब्दों में बदल लीजिये (क्या आपको VIBGYOR की याद है?)।
iii. सुनिश्चित करिए कि आपको सबसे महत्वपूर्ण सूचना सबसे पहले मिल जाये, और फिर आगे चलिये। इससे पहले कि आप सहयोगी चीज़ें सीखें, आवश्यक है कि आप मुख्य सिद्धान्त पहले समझ लें। इससे आपको मूल अवधारणाओं की समझ आ जाएगी जिस पर आप आगे की तैयारी करनी है।

1. घबराइए मत!:
जब आप घबरा जाते हैं, तब आपसे गलतियाँ होती हैं, इसलिए सदैव शांत बने रहिए। यदि आपने रिवीज़न की पूरी योजना, सफलतापूर्वक बना ली है, तो परीक्षा के आने पर आपको घबराहट नहीं होगी। गहरी सांस लीजिये और स्वयं को बताइये कि “मैं कर सकता हूँ” और शांत रहिए।
2. कंप्यूटर का प्रयोग कम से कम करिए: 
विशेषकर इंटरनेट। जब आप लिखते हैं, तब आप भली भांति याद कर पाते हैं। साथ ही सेलफ़ोन का उपयोग मत करिए अन्यथा अप हर मिनट केवल टेक्स्ट का जवाब ही देते रहेंगे, जिससे आपका ध्यान केन्द्रित हो ही नहीं पाएगा।


i. यदि आपको लगता है कि आप प्रलोभित होंगे तब इंटरनेट बंद कर दीजिये। अपना कंप्यूटर बंद कर दीजिये या अपने मित्र से कहिए कि उस पर कब्ज़ा बनाए रखें। मूलतः यह सुनिश्चित करने का प्रयास करिए कि जब आपको पढ़ना चाहिए, तब आप अपना समय इंटरनेट पर बरबाद न करें।
3. यदि उससे मदद नहीं मिलती है, तब संगीत मत सुनिए: 
कुछ लोगों को पढ़ाई में सहायता के लिए संगीत की आवश्यकता होती है, मगर प्रयास करके, पढ़ते समय, अपने मस्तिष्क को ध्यान केन्द्रित करने के लिए कुछ भी और मत दीजिये। चाहे वह शांतिप्रद संगीत ही क्यों न हो, यह एक अतिरिक्त चीज़ होगी जिसे, जो आप याद करना चाहते हैं उसके अलावा, आपके मस्तिष्क को प्रोसैस करना पड़ेगा।

4. अपने विषय से भटकिए मत: 
हम सभी कभी न कभी स्वयं को विषय से भटकता हुआ पाते हैं। कभी कभी तो इस लिए क्योंकि हमें जिस सूचना को याद करना होता है वही बहुत उबाऊ होती है; कभी इसलिए कि जिस सूचना की हमें आवश्यकता नहीं होती है वह उत्तेजक होती है। जो भी हो, पढ़ाई के उपरांत ही अन्य विषयों में गहराई तक जाइए और खोजिए।
i. सदैव स्वयं से पूछिए: इस बात की कितनी संभावना है कि यही सूचना टेस्ट में पूछी जाएगी? यदि आपका ध्यान सचमुच में केन्द्रित है, तब आप जानकारी को सबसे संभावित से सबसे कम संभावित तक के क्रम में रख लेते हैं, जिससे कि आप सबसे संभावित को सबसे अधिक और शेष को कम समय देते हैं।

5. हिम्मत मत हारिए: 
टेस्ट के लिए पढ़ना, विशेषकर शुरुआत में, बहुत कठिन कार्य है। जितना बस में हो, उतना ही काम उठायेँ और पहली ही बार में संपूर्णता का प्रयास मत करिए। याद है न, कि आप यहाँ कुछ “सीखने” के लिए आए हैं, यह आवश्यक नहीं है कि आप अव्वल ही आयें। यदि आपको अवधारणा को समझ पाने में दिक्कत हो रही हो, तब “पूरी बात” को समझने का प्रयास करिए। इससे उसकी
विस्तृत सूचना को समझना आसान हो जाएगा।





Exam ke liye tips and trick(सलाह):



1. सदैव शांत कमरे में पढ़ाई करिए।
2. कभी डर में मत लिपटे रहिए! इसके स्थान पर, जो चरण आपके सम्मुख है उस पर ध्यान केन्द्रित करिए और अपना काम पूरा करिए। और तब अगले क़दम की ओर बढ़िए। सकारात्मक विचार रखिए, और अच्छा परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध रहिए।
3. नींद पूरी करिए और दिन भर की योजना बनाइये। यह जान कर कि आपको एक घंटे के बाद विश्राम मिलेगा या शायद दो घंटे के बाद, आपको काम करने की और प्रेरणा मिलेगी। कठोर परिश्रम करने से समय जल्दी बीतता हुआ लगेगा।
4. नकारात्मक मत सोचिए। सोचिए कि आपके परीक्षाफल से सब लोग कितने ख़ुश होंगे।
5. इससे पहले कि आप काम शुरू करें, स्वयं से तीन प्रश्न पूछिए – मैं यह क्यों कर रहा हूँ, इसका परिणाम क्या होगा और क्या मैं सफल हो पाऊँगा। केवल जब आप गहराई से सोच कर इन प्रश्नों के उत्तर ढूंढ लें, तभी आगे बढ़िए।
6. बहुत चिंता मत करिए। यदि पढ़ते समय आपको डर लग रहा हो, गहरी सांस लीजिये, नोट्स को पढ़िये और सूचना को प्रोसैस करके समझिए।
7. ध्यान केन्द्रित करने में सहायता के लिए, मस्तिष्क स्वास्थ्यवर्धक भोजन करिए।
8. न तो दोस्तों के बारे में सोचिए और न ही उनसे तुलना करिए। इसके स्थान पर सोचिए कि पढ़ाई एक कल्पना है और अपनी कल्पना या उत्सुकता के साथ पढ़ाई करिए।
9. अच्छे परीक्षाफल के बाद अपने माता पिता की ख़ुशी के संबंध में सोचिए।
10. नोट्स बनाइये। एक अनुच्छेद पढ़िये और उसके महत्वपूर्ण बिन्दुओं को या तो समझ कर या केवल रट कर लिख डालिए। इससे आपको याद करने में सहायता मिलेगी।
11. बंद कमरे में पढ़ने से आपकी उत्पादकता को बढ़ावा मिलता है और विकर्षणों से छुटकारा।
12. अपनी पढ़ाई के लिए एक समयसारिणी बनाइये और हर विषय के लिए एक समय निर्धारित करिए (जैसे गणित के लिए 6.30; अङ्ग्रेज़ी के लिए 7.30 आदि)
13. कल्पना कीजिये कि आप अपने मित्रों और/अथवा प्रतिद्वंद्वियों से कितना आगे हो जाएँगे। इससे आपको ध्यान पुनःकेन्द्रित करने में मदद मिलेगी!
14. जब आप कोई विषय पढ़ चुकें, तब छोटे छोटे अभ्यास टेस्ट स्वयं करिए।
15. यदि संगीत से आपको पढ़ाई में मदद मिलती है, तब वाद्य संगीत का चयन करिए, इस प्रकार से आप साथ में गाने नहीं लगेंगे मगर तब भी ध्यान केन्द्रित करने के लिए आपका प्रिय गीत उपलब्ध रहेगा।

16. याद रखिए कि परीक्षाफल अपने आप नहीं सुधर जाता है और वह समय जो आप पढ़ने में लगाते हैं उसका भविष्य के टेस्ट या कामों पर बहुत प्रभाव पड़ता है।


Exam ke liye preparation kaise kare :


दोहराने के लिए अंतिम क्षण की प्रतीक्षा मत करिए। पहले से योजना बनाइये। केवल इतना याद रखिए, कि जितनी जल्दी आप शुरुआत करेंगे उतना ही कम तनाव आप महसूस करेंगे। प्रतिदिन स्कूल से घर आ कर अवश्य दोहराइए। अपना काम थोड़ा थोड़ा करके दोहराइए।


For more interesting article please visit - https://hindinewsaurgyandhara.blogspot.com

#Padhai me dhyan kaise kendrit kare#padhai me man kyu nahi lagta#padhai me man lagane ke totke#padhai me man na lage to kya karna chahiye ?#देर रात तक पढ़ाई कैसे करे?#hindinewsaurgyandhara 



Post a Comment

और नया पुराने